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1800-102-2727प्रस्तुत कविता में कवि कह रहे हैं कि वो ऐसा गीत रचित करना चाहते हैं जो की क्रांति मचा दें और परिवर्तन का नया रंग लाएं। कवि कहते हैं कि, यह जो गीत होगा वह शांति को नष्ट कर देगा और भयंकर रूप से सब कुछ विनाश को प्रदान करेगा। इस क्रांति के गीत से यह वर्तमान समय अत्यंत कठिन हो जाएगा, जिससे जीवन यापन अस्त- व्यस्त होने की संभावना रहेगी।
कवि का मानना है कि क्रांति के गीत से जो भी परिस्थितियां उत्पन्न होंगी उससे कुछ देर तक तो इस महाविनाश का समय रुक जाएगा पर ज्यादा देर के लिए भी नहीं। कवि कहना चाहते हैं कि जब भी परिवर्तन होता है उसी प्रकार से दमन भी शुरू होने लग जाता है। लेकिन कवि का यह मानना है कि यह महाविनाश ज्यादा देर तक नहीं रुक सकता। कवि ये महसूस करते हैं कि वर्तमान व्यवस्था के प्रति जो उनका क्रोध है वो क्षण-भर में ही सब कुछ खत्म कर देगा ।
कवि ये कल्पना करते हैं कि इस गीत के माध्यम से उन्हें क्रांति के स्वर हर ओर से प्रतिध्वनि के रूप में सुनाई देने लग रहे हैं। कवि समाज में परिवर्तन के लिए आने वाली परिस्थितियों को भलीभाँति रूप से जानते हैं और कवि यह संदेश देने की कोशिश करते हैं कि अगर हम अपने विचारों और नजरियों में हल्का-सा भी परिवर्तन लाएंगे तो यह जड़ता, रूढ़ियाँ एवम् कुरीतियां, इन सबका महाविनाश आरंभ हो जाएगा और उसके बाद हमारे राष्ट्र और समाज का नव-निर्माण हो पाएगा।
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